बावर्चिन ने मछलियों के टुकड़े करके उन्हें धो-धाकर गर्म तेल में भुनने के लिए डाला।
3.
जब टुकड़े एक ओर भुनकर लाल हो गए तो उसने दूसरी ओर भुनने के लिए उन्हें पलटा।
4.
अपने जवानों को सिटिंग डकस समझकर नक्सलियों के तंदूर में भुनने के लिए छोड़ देने वाली सरकार को परमात्मा सद्बबुद्धि दे....और शहीदों के परिवारों को ये दुख सहने का हौसला... जय हिंद...
5.
अनिल भाई, हमारे पैरा मिलिट्री फोर्सेज के जवानों को सरकार ने सिटिंग डकस समझ लिया है...नक्सलवाद के तंदूर में भुनने के लिए छोड़ दिया है...तथाकथित मानवाधिकार कार्यकर्ता यही चाहते हैं न ये सिटिंग डकस चुपचाप भुनती रहे और आवाज़ भी न करें...